आठवीं मंजिल पर चल रहा था माल का बंटवारा
पुलिस के छापे से मची अफरातफरी, तीन आरोपी गिरफ्तार
जयपुर शहर की ऊंची इमारतों में जहां आमतौर पर ऑफिस या अपार्टमेंट्स होते हैं, वहीं एक ऐसी आठवीं मंजिल भी थी जो चोरों के अड्डे में बदल चुकी थी। पुलिस ने एक ऐसे नकबजन गैंग का पर्दाफाश किया है जो चोरी के माल का बंटवारा आराम से बैठकर ऊपरी मंजिल से कर रहा था, लेकिन जैसे ही पुलिस वहां पहुंची, अफरातफरी मच गई।
घटना जयपुर के शिप्रा पथ थाना क्षेत्र की है, जहां एक बहुमंजिला इमारत की आठवीं मंजिल पर चोरी का माल बांटा जा रहा था। किसी को शक नहीं था कि इस ऊंचाई पर ऐसा कुछ चल रहा होगा, लेकिन मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस टीम अचानक पहुंच गई। आरोपियों को भनक तक नहीं लगी और पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर ली। कुछ आरोपी भागने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के आगे सभी की कोशिशें नाकाम रहीं।
इस कार्रवाई में पुलिस ने गैंग के सरगना समेत तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चोरी में शामिल तीन नाबालिगों को निरुद्ध किया गया है। इन सभी पर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये लोग रात्रि के समय बंद मकानों को निशाना बनाते थे, फिर चोरी का सामान जैसे मोबाइल, लैपटॉप, गहने आदि को एक तय स्थान पर इकट्ठा करते और फिर गैंग के सदस्य आपस में बांट लेते थे।
चौंकाने वाली बात यह है कि ये नाबालिग अपराधी भी पूरी तरह ट्रेनिंग के साथ चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। उन्हें माल छुपाने, चोरी के बाद रास्ता बदलने और पुलिस से बचने के गुर सिखाए गए थे। इस पूरी गैंग को एक तरह से ‘सिस्टमेटिक’ ढंग से ऑपरेट किया जा रहा था, मानो कोई संगठित कंपनी हो।
पुलिस ने जब इनसे पूछताछ की तो कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए। मालूम हुआ कि ये लोग चोरी के बाद कुछ दिन अलग-अलग स्थानों पर छिपते, फिर किसी ऊंची बिल्डिंग में सुरक्षित जगह पर इकट्ठा होते और चोरी का सामान बांटते। इस बार भी इन्होंने यही तरीका अपनाया था, लेकिन इस बार किस्मत उनके साथ नहीं थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि इस गैंग का नेटवर्क शहर के अन्य इलाकों तक फैला हुआ है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि शहर में इस तरह के अपराधों पर लगाम लगेगी। इस घटना ने एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि अपराधी कितनी भी ऊंची इमारतों में छिप जाएं, कानून की नजर और हाथ दोनों बहुत दूर तक पहुंच सकते हैं।