आर्मी इंटेलिजेंस को मिलेगी अब एआई की ताकत
News around you

अब आर्मी इंटेलिजेंस को मिलेगी एआई की ताकत

डेफ एआई तकनीक से सेना को साइबर हमलों का पूर्व अलर्ट मिलेगा, केंद्र सरकार करेगी सहायता……

2

चंडीगढ़ भारतीय सेना की खुफिया प्रणाली अब और अधिक मजबूत होने जा रही है। अब आर्मी इंटेलिजेंस को डेफ एआई (DefAI) तकनीक की सहायता मिलने वाली है, जिससे खतरों की पहचान पहले से ही हो सकेगी। यह तकनीक सेना को साइबर हमलों, मेलवेयर, फिशिंग जैसी डिजिटल खतरों से पहले ही सतर्क कर देगी, जिससे समय रहते सुरक्षा उपाय अपनाए जा सकें।

केंद्र सरकार ने सेना को डेफ एआई के उपयोग में मदद देने का निर्णय लिया है। यह एक उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रणाली है जो डेटा एनालिसिस के ज़रिये संदिग्ध गतिविधियों और साइबर खतरों की पहचान करेगी। अब तक, आर्मी इंटेलिजेंस पारंपरिक तरीकों से जानकारी जुटाती थी, लेकिन अब तकनीकी क्रांति के साथ यह प्रक्रिया और आधुनिक होने जा रही है।

डेफ एआई की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह खुद-ब-खुद मेलवेयर और फिशिंग जैसे साइबर हमलों की पहचान कर सकती है। मेलवेयर वे खतरनाक सॉफ्टवेयर होते हैं जिन्हें हैकर्स डाटा चोरी करने, सिस्टम को डैमेज करने या जानकारी को डिलीट करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। अब ऐसी गतिविधियां तुरंत रडार पर आ जाएंगी और सेना समय रहते कदम उठा सकेगी।

यह नई प्रणाली सेना को केवल बाहरी खतरों से ही नहीं, बल्कि अंदरूनी साइबर नेटवर्क की सुरक्षा मजबूत करने में भी मदद करेगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिफेंस साइबर सिक्योरिटी का यह तालमेल भारतीय सेना के खुफिया तंत्र को एक नई ऊंचाई देने जा रहा है विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में युद्ध केवल बॉर्डर तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि साइबर युद्ध भी उतना ही खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में डेफ एआई जैसे आधुनिक टूल्स सेना को भविष्य के खतरों से लड़ने के लिए तैयार करेंगे।

केंद्र सरकार इस पहल को लेकर गंभीर है और इसे जल्द ही कई फेज में लागू करने की योजना बना रही है। पहले फेज़ में सेना की खुफिया इकाईयों को डेफ एआई से जोड़ा जाएगा और उनके स्टाफ को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह पहल न केवल भारत की साइबर सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाएगी, बल्कि दुनिया भर में हमारी आर्मी इंटेलिजेंस को टेक्नोलॉजिकल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.