अच्छे आचरण पर 15 कैदी होंगे रिहा
स्वतंत्रता दिवस पर हरियाणा की जेलों से छूटेंगे 15 बंदी, जेल प्रशासन ने दी स्वीकृति…..
हरियाणा में इस स्वतंत्रता दिवस पर एक नई उम्मीद की किरण नजर आ रही है। राज्य की विभिन्न जेलों में बंद 15 कैदियों को रिहा किया जाएगा। यह फैसला जेल प्रशासन ने उनके अच्छे आचरण के आधार पर लिया है। हर वर्ष की तरह इस बार भी 15 अगस्त को कुछ कैदियों को समय से पहले रिहा किया जाएगा, लेकिन यह रिहाई पूरी तरह से नियमों और सख्त मानकों पर आधारित होगी।
जेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जिन कैदियों को रिहा किया जा रहा है, उन्होंने जेल में अपने व्यवहार से न केवल अनुशासन का पालन किया बल्कि समाज में वापस लौटने की दृढ़ इच्छा भी दिखाई है। इन कैदियों की छवि जेल के भीतर सकारात्मक रही है और उन्होंने विभिन्न सामाजिक गतिविधियों, पढ़ाई और सुधार कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
यह निर्णय जेल प्रशासन द्वारा गठित समीक्षा समिति द्वारा लिया गया, जिसमें हर एक कैदी के आचरण, अपराध की प्रकृति, सजा का हिस्सा और उनके सुधारात्मक प्रयासों का मूल्यांकन किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता का विशेष ध्यान रखा गया है।
गौरतलब है कि हरियाणा जेल नियमों के अनुसार ऐसे कैदी जिनपर जघन्य अपराध, जैसे हत्या, बलात्कार या महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध के आरोप सिद्ध हुए हों, उन्हें रियायत का लाभ नहीं मिलता। उनके लिए कानून सख्त है और वे पूरी सजा काटने के बाद ही जेल से बाहर आ सकते हैं।
रिहाई की प्रक्रिया केवल एक कानूनी निर्णय नहीं है, यह उन लोगों के लिए दूसरा मौका है जिन्होंने अपनी गलतियों को स्वीकार किया और अब समाज में एक सम्मानजनक जीवन जीने के लिए तैयार हैं। इन कैदियों के परिवारों में भी इस खबर से खुशी की लहर है, क्योंकि लंबे समय बाद वे अपने प्रियजनों को घर लौटते देख सकेंगे।
राज्य सरकार और जेल विभाग दोनों ने इस पहल को सामाजिक पुनर्वास की दिशा में एक जरूरी कदम बताया है। उनका मानना है कि अगर किसी ने सच्चे मन से अपने अपराध पर पछतावा किया है और वह बदलना चाहता है, तो उसे एक और मौका मिलना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर जब पूरा देश आज़ादी की खुशी मना रहा होगा, ये 15 कैदी भी नए जीवन की आज़ादी का स्वागत करेंगे। जेल से बाहर आने के बाद इनकी ज़िंदगी की नई शुरुआत होगी – उम्मीद, सुधार और समाज के प्रति एक नई जिम्मेदारी के साथ।