अगला उपराष्ट्रपति कौन? भाजपा के संभावित नामों पर चर्चा तेज
पार्टी-संघ की विचारधारा से जुड़े नेताओं को मिल सकती है प्राथमिकता
नई दिल्ली: देश के अगले उपराष्ट्रपति को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। मौजूदा कार्यकाल जल्द पूरा होने वाला है और ऐसे में भाजपा और एनडीए खेमे में उम्मीदवार के चयन पर चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। पार्टी नेताओं का मानना है कि इस बार उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार ऐसा नेता होगा, जो न केवल संगठन से गहराई से जुड़ा हो, बल्कि संघ की विचारधारा को भी मजबूती से प्रतिनिधित्व कर सके।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि संभावित नामों की सूची पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इसमें कुछ चौंकाने वाले नाम भी शामिल हैं, जो राजनीतिक हलकों में उत्सुकता पैदा कर रहे हैं। पार्टी रणनीतिकारों का मानना है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ उपराष्ट्रपति का सामंजस्य बेहद महत्वपूर्ण होता है, इसलिए चयन बेहद सोच-समझकर किया जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा इस बार ऐसे उम्मीदवार को आगे कर सकती है, जो न सिर्फ पार्टी की विचारधारा का प्रतिनिधित्व करे बल्कि विपक्ष के लिए भी स्वीकार्य हो। यह कदम भाजपा को राष्ट्रीय राजनीति में और मज़बूती दिला सकता है।
विपक्षी खेमे में भी इस चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा के सामने एक संयुक्त उम्मीदवार उतारा जाए, ताकि मुकाबला दिलचस्प हो सके। हालांकि, विपक्ष में एकता की चुनौती अभी भी बनी हुई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि भाजपा की रणनीति हमेशा “चौंकाने वाले उम्मीदवार” लाने की रही है। राष्ट्रपति चुनाव में भी पार्टी ने इसी तरह अप्रत्याशित नाम आगे करके सबको हैरान किया था। अब देखना होगा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा किस तरह का दांव खेलती है।
फिलहाल, पार्टी की ओर से किसी भी नाम पर आधिकारिक मुहर नहीं लगी है, लेकिन राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाज़ार गरम है।