पंजाब में नशा मुक्ति यात्रा की शुरुआत..
2 से 4 मई तक जिलों में बैठकें, 7 मई को गांवों और वार्डों में जनसभाएं…
पंजाब : सरकार ने राज्य को नशे के जाल से मुक्त करने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए नशा मुक्ति यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत 2 मई से 4 मई तक प्रदेश के सभी जिलों में विशेष बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिनमें स्थानीय प्रशासन, पुलिस, सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य नशा विरोधी रणनीति को मजबूत करना, लोगों को इस गंभीर समस्या के प्रति जागरूक करना और नशे के खिलाफ जमीनी स्तर पर मजबूत जनभागीदारी तैयार करना है। सरकार का कहना है कि सिर्फ सरकारी प्रयासों से नशे की इस बीमारी को खत्म करना संभव नहीं है बल्कि समाज के हर वर्ग को इसके खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा।
इसके बाद 7 मई को पूरे राज्य के गांवों और वार्डों में जनसभाओं का आयोजन किया जाएगा जहां जनप्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक मिलकर नशा विरोधी संदेश को जन-जन तक पहुंचाएंगे। इन जनसभाओं के माध्यम से युवा वर्ग को नशे से दूर रहने, सही दिशा में आगे बढ़ने और समाज के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सरकार की योजना है कि इस यात्रा के जरिए नशे के खिलाफ एक ऐसा जन आंदोलन तैयार किया जाए जो आने वाले समय में राज्य को नशा मुक्त बनाने में मील का पत्थर साबित हो। मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि पंजाब को नशे से आजादी दिलाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासन ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया है जो गांव-गांव जाकर नशा विरोधी कार्यक्रमों का संचालन करेंगी और लोगों को उपचार सुविधाओं और पुनर्वास सेवाओं की जानकारी भी देंगी।
राज्य सरकार ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इस अभियान में पूरी गंभीरता से भाग लें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी इलाका इस पहल से अछूता न रहे। नशा मुक्ति यात्रा के दौरान सरकार यह भी प्रयास करेगी कि नशे के कारोबार में संलिप्त तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि समाज में एक सकारात्मक संदेश जाए और लोग बिना डर के इस मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
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