पंजाब में किसानों का उग्र प्रदर्शन, मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव!
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पंजाब में किसानों का उग्र प्रदर्शन, मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव!

अपनी मांगों को लेकर किसानों ने पंजाब में कई मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करनी पड़ी…..

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पंजाब में किसानों का आंदोलन एक बार फिर उग्र रूप ले चुका है। अपनी लंबित मांगों को लेकर किसानों ने प्रदेश के कई मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

मिली जानकारी के अनुसार, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, संगरूर, बठिंडा और अन्य जिलों में किसानों ने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए सरकारी नीतियों पर नाराजगी जताई और कृषि से जुड़े कई मुद्दों पर सरकार की चुप्पी को लेकर सवाल उठाए। कई जगहों पर किसानों ने मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव किया, जिससे प्रशासन को सुरक्षा कड़ी करनी पड़ी।

किसानों की मुख्य मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, कृषि कर्ज माफी, पराली जलाने पर लगने वाले जुर्माने को खत्म करना और बिजली बिलों में छूट शामिल हैं। किसानों का कहना है कि सरकार बार-बार सिर्फ आश्वासन दे रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।

लुधियाना में हुए प्रदर्शन के दौरान किसानों और पुलिस के बीच हल्की झड़प की भी खबरें आई हैं। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए कई जगहों पर बैरिकेडिंग की, लेकिन किसानों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। पटियाला में एक विधायक के घर के बाहर किसानों ने अपना डेरा डाल दिया और सरकार विरोधी नारे लगाए।

इस पूरे मामले पर पंजाब सरकार ने कहा है कि वह किसानों की मांगों के प्रति गंभीर है और जल्द ही बातचीत के जरिए समाधान निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। हालांकि, किसानों का कहना है कि अब वे केवल आश्वासन पर भरोसा नहीं करेंगे, बल्कि ठोस निर्णय चाहते हैं।

किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। अब यह देखना होगा कि सरकार और किसानों के बीच कोई समझौता होता है या यह विरोध प्रदर्शन और उग्र रूप लेता है।

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