क्या दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं की सूची में नहीं मिला किसी भारतीय को स्थान
डोनाल्ड ट्रंप और मोहम्मद यूनुस को मिली सूची में जगह, भारतीय नेताओं की अनुपस्थिति बनी चर्चा का विषय।
वॉशिंगटन : दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं की हालिया सूची में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को शामिल किया गया है। इस सूची में विभिन्न क्षेत्रों के वैश्विक नेताओं को स्थान मिला है, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि इसमें किसी भी भारतीय नेता को जगह नहीं मिली। यह सूची वैश्विक प्रभाव, नेतृत्व कौशल और सामाजिक तथा आर्थिक बदलावों में योगदान के आधार पर तैयार की गई है।
सूची में शामिल नामों में रेशमा केवलरमानी भी शामिल हैं जो अमेरिका की प्रसिद्ध फार्मास्यूटिकल कंपनी वर्टेक्स की सीईओ हैं। रेशमा जब मात्र 11 साल की थीं, तब उनका परिवार अमेरिका में आकर बस गया था। वे अमेरिका की सबसे बड़ी दवा कंपनियों में से एक की पहली महिला सीईओ बनने का गौरव प्राप्त कर चुकी हैं। उनका नेतृत्व कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले गया है, विशेषकर जेनेटिक बीमारियों के इलाज में वर्टेक्स की उल्लेखनीय उपलब्धियों ने उन्हें इस सूची में जगह दिलाई है।
डोनाल्ड ट्रंप की उपस्थिति ने फिर एक बार राजनीतिक हलकों में चर्चाओं को जन्म दे दिया है। सत्ता से बाहर होने के बावजूद वे अमेरिकी राजनीति में अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। वहीं, मोहम्मद यूनुस को उनके माइक्रोफाइनेंस मॉडल और गरीबी उन्मूलन में अहम भूमिका के लिए पहचाना गया है।
भारतीय नेताओं की अनुपस्थिति को लेकर कई विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं कि विश्व स्तर पर भारत का बढ़ता प्रभाव और कई क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियों के बावजूद इस सूची में किसी भारतीय का नाम क्यों नहीं है। यह चर्चा आने वाले समय में और तेज हो सकती है, खासकर तब जब भारत वैश्विक मंचों पर लगातार अपनी उपस्थिति मजबूत कर रहा है।
यह सूची दर्शाती है कि वैश्विक नेतृत्व केवल सत्ता में रहकर नहीं बल्कि समाज और मानवता के लिए किए गए कार्यों से तय होता है। यह भी एक संकेत है कि भारतीय नेतृत्व को वैश्विक प्रभाव में और मजबूती लाने की आवश्यकता है।
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