लांवाली: कालांवाली शहर में मेडिकल नशा खुलेआम सब्जियों की तरह बिक रहा है। मुख्य फाटक से रेलवे स्टेशन और गुरुद्वारा साहिब तक नशा खरीदने वालों की लंबी लाइनें सुबह से ही देखी जा सकती हैं।सुबह से लेकर शाम तक सैकड़ों लोग नशा खरीदने आते हैं, जिससे ऐसा लगता है मानो किसी रैली के लिए भीड़ जमा हो रही हो।
शिकायत करने से डर
कई लोग डर के कारण नशा बेचने वालों के खिलाफ शिकायत करने से बचते हैं। जो शिकायत करते हैं, उनकी सुनवाई कम ही होती है, जिससे नशा कारोबारियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं।पुलिस भी इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं कर पा रही है। सूत्रों के अनुसार, नशा के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली गोलियां और कैप्सूल दर्द निवारक दवाइयां हैं जो एनडीपीएस एक्ट के तहत नहीं आती हैं। इस कारण पुलिस इन पर ठोस कार्रवाई नहीं कर सकती है।
ड्रग विभाग का पक्षड्रग विभाग के अनुसार
ये दर्द की दवाइयां रूटीन में बेची जा सकती हैं। इससे नशा बेचने वालों को कानूनी रूप से रोका नहीं जा सकता, और ये लोग इस नियम का फायदा उठाकर मेडिकल नशा बेच रहे हैं।
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