आयुष्मान योजना का भुगतान रुका: पंजाब में निजी अस्पतालों में इलाज बंद, स्वास्थ्य मंत्री ने की बैठक
आयुष्मान योजना के तहत इलाज बंद: लंबित राशि के कारण सैकड़ों ऑपरेशन लटके
पंजाब के निजी अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के तहत इलाज न करने का निर्णय लिया है, जिससे कई सैकड़ों ऑपरेशन प्रभावित हो गए हैं। एसोसिएशन ने लंबित राशि जारी न होने के कारण यह कदम उठाया है।
मरीजों की निराशा
योजना के तहत विभिन्न जिलों में मरीज अस्पतालों में पूर्व निर्धारित समय पर इलाज करवाने पहुंचे, लेकिन इलाज न होने के कारण उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज प्राइवेट अस्पताल एंड नर्सिंग होम एसोसिएशन के साथ बैठक बुलाई है, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके।
भुगतान संबंधी समस्याएँ
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि 1 अप्रैल से अब तक 214 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है, जबकि 50 करोड़ रुपये और जारी किए जाने की योजना है। हालांकि, एसोसिएशन के राज्य सचिव दिव्यांशु गुप्ता ने कहा कि विभाग केवल आंकड़ों का खेल कर रहा है और असल समस्या का समाधान नहीं कर रहा। उन्होंने बताया कि फरवरी से अब तक 600 करोड़ रुपये की राशि लंबित है।
सरकारी बकाया का विवरण
स्वास्थ्य मंत्री ने एसोसिएशन के 600 करोड़ रुपये की बकाया राशि के दावे को खारिज करते हुए इसे भ्रामक बताया। उन्होंने बताया कि सरकारी और निजी अस्पतालों का कुल बकाया 364 करोड़ रुपये है, जिसमें सरकारी अस्पतालों का 166.67 करोड़ और निजी अस्पतालों का बकाया 197 करोड़ रुपये है।
प्रभावित जिलों की जानकारी
राज्य में आयुष्मान योजना के तहत 85.90 लाख कार्ड धारक हैं, और पिछले एक महीने में 51,647 नए कार्ड धारक जुड़े हैं। पटियाला, लुधियाना, जालंधर, बठिंडा और अमृतसर जिलों में सबसे अधिक लाभार्थी हैं, जिनके इलाज में रुकावट आने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
योजना से जुड़े अस्पताल
राज्य में योजना से जुड़े कुल 558 निजी अस्पताल हैं, जो अब तक के गतिरोध के कारण मरीजों को सेवा नहीं दे पा रहे हैं।
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