अमेरिका का चीन को संदेश: टैरिफ पर अब गेंद चीन के पाले में
अमेरिका ने कहा- समझौते की जरूरत चीन को है, ट्रंप समझौते को तैयार; TikTok डील पर भी दिख रहा असर…..
वाशिंगटन : चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर चल रही खींचतान एक बार फिर सुर्खियों में है। अमेरिका ने साफ शब्दों में कहा है कि अब गेंद चीन के पाले में है और उसे ही पहल करनी होगी। अमेरिका की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच कोई स्पष्ट समझौता होता नहीं दिख रहा और आर्थिक संबंधों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे चीन से टैरिफ विवाद पर समझौता करने को तैयार हैं, लेकिन चीन की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिली है। अमेरिका का कहना है कि उन्हें इस वक्त किसी समझौते की आवश्यकता नहीं है, बल्कि चीन को वैश्विक बाजार और व्यापारिक स्थिरता के लिए आगे आकर वार्ता करनी चाहिए।
अमेरिका का यह रुख सिर्फ टैरिफ तक सीमित नहीं है। इस तनातनी का असर टिकटॉक डील पर भी पड़ रहा है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी के मुद्दे को लेकर टिकटॉक की अमेरिका में मौजूदगी को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया जा सकता है।
चीन की चुप्पी और अमेरिका की स्पष्टता यह दिखा रही है कि इस बार वाशिंगटन झुकने को तैयार नहीं है। टैरिफ विवाद के चलते कई बड़े व्यापारिक फैसले अटके हुए हैं और दोनों देशों की कंपनियों पर असर पड़ रहा है।
ट्रंप के बयान से ये भी साफ हो रहा है कि भले ही वे चीन के साथ समझौते को तैयार हैं, लेकिन समझौते की शर्तें अमेरिका तय करेगा। यह बयान न केवल चीन के लिए एक चेतावनी है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार बाजारों के लिए भी यह संकेत है कि आने वाले दिनों में वैश्विक व्यापार पर अनिश्चितता बनी रह सकती है।
अमेरिका की इस सख्त मुद्रा से चीन पर दबाव बढ़ा है, लेकिन बीजिंग की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आना यह दर्शाता है कि फिलहाल वह किसी भी जल्दबाजी में कदम नहीं उठाना चाहता। अब देखना होगा कि क्या चीन इस दबाव के आगे झुकता है या तनाव और बढ़ता है।
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