भारत की सनातन संस्कृति में सम्प्रदाय, समुदाय की अवधारणा है जिसमें हर व्यक्ति का योगदान होता है।
धर्म है समाज सेवा :
भारत की सनातन संस्कृति में सम्प्रदाय, समुदाय की अवधारणा है जिसमें हर व्यक्ति का योगदान होता है। इसके निर्माण में हर किसी का सक्रिय सहयोग ही धर्म है। भीष्म पितामह ने भी धर्मोपदेश में कहा है :
अजीजीविषवो…