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भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला पुष्टि: कितनी गंभीर है यह बीमारी और देश की तैयारी

भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला पुष्टि हो गया है, जो एक ऐसे समय में हुआ है जब दुनिया अभी तक कोरोना वायरस महामारी से पूरी तरह उबर नहीं पाई है। इस वायरस ने दुनियाभर के कई देशों में चिंता पैदा की है और अब भारत में भी इसका पहला मामला सामने आया है।

 

 

 

मंकीपॉक्स का पहला मामला

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि एक व्यक्ति, जो हाल ही में मंकीपॉक्स से प्रभावित देश से लौटे थे, मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एहतियात बरतने के लिए एडवायजरी जारी की है और कहा है कि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है।

मंकीपॉक्स क्या है?

मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जिसमें बुखार और शरीर पर दाने निकलते हैं। इसके संक्रमण के बाद लिम्फ नोड्स में सूजन आ जाती है। आमतौर पर यह बीमारी अपने-आप ठीक हो जाती है और मरीज चार सप्ताह के भीतर स्वस्थ हो जाते हैं। प्रमुख लक्षणों में त्वचा पर दाने, बुखार, गले में सूजन, सिरदर्द, और शरीर में थकावट शामिल हैं।

कैसे फैलता है मंकीपॉक्स?

मंकीपॉक्स एक जूनोटिक बीमारी है, जिसका मतलब है कि यह जानवरों से इंसानों में और इंसानों से जानवरों में फैल सकता है। यदि किसी व्यक्ति को मंकीपॉक्स है, तो उनके संपर्क में आने वाले लोग भी संक्रमित हो सकते हैं।

मंकीपॉक्स का खतरा

इस समय फैल रहे मंकीपॉक्स वायरस की किस्म ‘क्लेड 1b’ है, जो कांगो में पाया जाता है और अधिक खतरनाक माना जाता है। इसका मृत्यु दर 3% है, जो अन्य प्रकारों की तुलना में अधिक है। यह बीमारी 17 अफ्रीकी देशों और कुछ अन्य देशों में फैल चुकी है।

भारत में तैयारी

केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिए हैं कि वे सामुदायिक स्तर पर संदिग्ध मामलों की स्क्रीनिंग और जांच करें। अस्पतालों में आइसोलेशन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं और लोगों को किसी भी प्रकार के डर से बचाया जाए। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

विशेषज्ञों की राय

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मंकीपॉक्स वायरस के महामारी का रूप लेने की संभावना कम है। एम्स नई दिल्ली के डॉ. हर्षल आर. साल्वे ने कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह संक्रमण केवल करीबी संपर्कों के मामलों में ही फैलता है।

इस प्रकार, मंकीपॉक्स के खिलाफ तैयारियों के बावजूद सतर्कता बनाए रखना आवश्यक है, ताकि इस वायरस के फैलाव को नियंत्रित किया जा सके।

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