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RSS प्रमुख ने कहा- ज्ञानवापी तो ठीक लेकिन रोज हर एक मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना ?

Twitter यूजर्स बोले- ऐसा कहेंगे तो भक्त मंडली पाकिस्तान भेज देगी !

नई दिल्ली: ज्ञानवापी मस्जिद के विवाद के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि ज्ञानवापी का एक इतिहास है, जिसे हम बदल नहीं सकते हैं। वो इतिहास हमने नहीं बनाया है। ना आज के अपने आपको हिंदू कहने वालों ने बनाया है, न आज के मुसलमानों ने बनाया। हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों ढूंढना? मोहन भागवत के बयान पर लोग कई तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

RSS प्रमुख का पूरा बयान : मोहन भागवत द्वारा कहा गया कि मुसलमानों के विरुद्ध हिंदू नहीं सोचता है। आज के मुसलमानों के पूर्वज भी हिंदू थे। हमने 9 नवंबर को कह दिया था कि एक राम जन्मभूमि का आंदोलन था, जिसमें हम सम्मिलित हुए। हमने उस काम को पूरा किया। अब हमें आंदोलन नहीं करना है लेकिन मन में मुद्दे उठते हैं। ये किसी के विरुद्ध नहीं है। आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि रोज एक मामला निकालना ठीक नहीं है। हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना?

यूजर्स के रिएक्शन : सूरज नाम की एक यूजर ने लिखा कि अंधभक्तों को इस पर अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए। सुधांशु पांडे नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘ मंदिर मस्जिद के समापन समारोह का वक्त आ गया है।’ दर्पण गुप्ता नाम के एक यूजर ने कमेंट किया – ज्ञानवापी तो बस एक बहाना है, 2024 में मोदी जी को जो लाना है। शालिनी गुप्ता नाम की यूज़र द्वारा लिखा गया कि इस बयान पर कुछ लोग आप पर भड़क जाएंगे।

रफीक नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ अगर ऐसे ही बयान आते रहे तो भागवत जी आपको भक्त मंडली पाकिस्तान भेज देगी, बिना कागज के। @johnekka11 नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया – इसको कहते हैं, जले पर नमक छिड़कना। शानू नाम के यूजर द्वारा कमेंट किया गया कि आपने वह कहावत तो सुनी ही होगी, हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ और। करुणेश कुमार ने लिखा – ऐसे बयान के बाद पाकिस्तान जाने के लिए तैयार हो जाइए। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा -‘हमने 9 नवंबर को ही कह दिया कि राम मंदिर के बाद हम कोई आंदोलन नहीं करेंगे.

@Anks00512 नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि आरएसएस शांति की बात कर रहा है। मोहन भागवत जी की तबीयत तो ठीक है? वैसे लोगों के दिल, दिमाग और जुबान तक भयंकर नफरत आ चुकी है। अब लोग शांति की अपील नरेंद्र मोदी की भी नहीं सुनेंगे, आप तो बस सपने देखिए। संदीप नाम के एक यूजर ने लिखा कि एक दो बयान ऐसे ही और कर दें, इन्हें भी भक्त पाकिस्तान भेजने लगेंगे।

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